सचिन तेंदुलकर के इन्वेस्टमेंट में धूमधाम से धन कमाई, खेल के सचिन तेंदुलकर ने इन्वेस्टमेंट में भी मारी बाजी!

क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने खेल के मास्टर ब्लास्टर के रूप में ही नहीं, बल्कि इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में भी धूम मचाई है। हाल के इंवेस्टमेंट में, उन्होंने सिर्फ चंद महीनों में ही पाँच सौ इकतीस प्रतिशत का धुंआधार रिटर्न प्राप्त किया है। इस इन्वेस्टमेंट की जबरदस्त पारी के पीछे कौन सी कंपनी है और कैसे तेंदुलकर ने इसमें खेली है, इस खबर में हम जानेंगे।

इन्वेस्टमेंट की महारत: आजाद इंजीनियरिंग का हुआ धमाका

तेंदुलकर ने नौ महीने पहले आजाद इंजीनियरिंग में पांच करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया था, और मात्र चंद महीनों में ही उन्हें पूरे पाँच सौ इकतीस प्रतिशत का रिटर्न मिला है। इस इन्वेस्टमेंट के साथ ही, आजाद इंजीनियरिंग ने इस महीने अपना आईपीओ लॉन्च किया है, और गुरुवार को इसके शेयर्स को स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट किया गया है।

 इंवेस्टमेंट में भरपूर मुनाफा: तेंदुलकर की खुदाई

हालांकि तेंदुलकर ने इसे बेचा नहीं है, लेकिन इसके लिए उन्हें लिस्टिंग के दिन ही छब्बिस पॉइंट पाँच करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है। इस इंवेस्टमेंट की बात चलते हैं, तो तेंदुलकर ने आईपीएल में हुई नीलामी में भी उच्चतम बोली लगाई थी, जिसमें एक खिलाड़ी ने ट्वेंटी फोर प्वाइंट सेविंग करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। लेकिन तेंदुलकर ने इस इंवेस्टमेंट से महज एक इन्वेस्टमेंट में ही नौ महीने में पूरे साढ़े छब्बीस करोड़ की कमाई कर ली है।

आईपीओ में होगी तेजी: आजाद इंजीनियरिंग के बारे में

आजाद इंजीनियरिंग ने इस महीने अपना आईपीओ लॉन्च किया है और सात सौ चालीस करोड़ रुपये इस आईपीओ से जुटाए हैं। तेंदुलकर ने अपने स्टेट को बेचा नहीं है, जिससे यह साफ होता है कि उन्हें कंपनी में विश्वास है और इसमें तेजी आने की उम्मीद है। आजाद इंजीनियरिंग के आईपीओ को इन्वेस्टर्स ने अच्छी प्रतिसाद दी है, और इसने अस्सी दशमलव छह गुना सब्सक्राइब होने का रिकॉर्ड बनाया है।

 तेंदुलकर की बाजी: इन्वेस्टमेंट में मैस्ट्रो का नया अध्याय

सचिन तेंदुलकर का इंवेस्टमेंट मैन्ट्रा है अनोखा – उन्होंने कहा है कि मैदान के बाहर भी धन कमाना उनके लिए महत्वपूर्ण है। इसी के साथ, उन्होंने आजाद इंजीनियरिंग के इंवेस्टमेंट में अपना नेतृत्व दिखाया है और इसमें सफलता प्राप्त की है।

आजाद इंजीनियरिंग: एक नई कहानी

आजाद इंजीनियरिंग एक उच्च गुणवत्ता वाली कंपनी है जो प्रेसिजन पोस्ट और मशीन कंपोनेंट्स बनाती है। इस कंपनी के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज एलर्जी, एयरोस्पेस, डिफेंस, और ऑयल एंड गैस सेक्टर को विशेषज्ञता प्रदान करती हैं। आईपीओ से पहले, तेंदुलकर के पास इस कंपनी के चार लाख अड़तीस हजार दो सौ दस शेयर हैं, जिससे वे अच्छे रूप से इस कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं।

इन्वेस्टमेंट की गाड़ी में सवार: तेंदुलकर का स्टॉक गेम

आईपीओ के समय, तेंदुलकर ने अपना स्टेट नहीं बेचा है, जो बताता है कि उन्हें इस कंपनी के प्रवृत्तियों और शेयरों में पूरा भरोसा है। उनका निर्णय शेयरों को बेचने का नहीं, बल्कि बनाए रखने का है, जिससे उन्हें इस कंपनी के विकास और उच्चतम स्तरों तक पहुंचने की आशा है।

शेयर मार्केट में तैयारी: अनुमान और आशा

आजाद इंजीनियरिंग के शेयर्स की लिस्टिंग दिन एक साथ बीस रुपए पर हुई है, और इसकी लिस्टिंग प्राइस पाँच सौ चौबिस रुपए प्रति शेयर थी। लिस्टिंग के दिन इन्वेस्टर्स को दो सौ पंद्रह प्रतिशत का फायदा हुआ है, जिन्होंने इसके आईसीयू में शेयर पाने के लिए लगे रहे थे। इससे यह साबित होता है कि इस कंपनी की चाह बढ़ रही है और आगे भी शेयर मार्केट में उच्चतम स्तरों की तलाश है।

नए यात्रा का आरंभ

सचिन तेंदुलकर के नए इंवेस्टमेंट में एक नया यात्रा का आरंभ हुआ है, जिसमें वे न केवल एक माहिर क्रिकेटर, बल्कि एक माहिर वित्त भी बन गए हैं। उनकी आशा है कि आजाद इंजीनियरिंग के साथ जुड़कर वे और भी ऊँचाइयों को छू सकते हैं और इंवेस्टमेंट में नए रिकॉर्ड स्थापित कर सकते हैं।

अंतर्निहित संदेश

तेंदुलकर के इस इंवेस्टमेंट के माध्यम से हमें यह सिखने को मिलता है कि वित्तीय दुनिया में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको निर्णय और विश्वास की आवश्यकता है। तेंदुलकर ने दिखाया है कि उनका जादू केवल क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि वित्तीय दुनिया में भी कारगर है।
आखिरी शब्दों में, तेंदुलकर का नया इंवेस्टमेंट हमें एक नई दिशा का पत्थर दिखाता है, जो हमें यह सिखाता है कि हर क्षेत्र में उनका योगदान अभूतपूर्व है और वे हमेशा अपनी साहसी दृष्टि से नए उच्चतम स्तरों की ओर बढ़ते जा रहे हैं। इससे हम उनके साथ इंवेस्टमेंट के क्षेत्र में एक नया अध्याय देख सकते हैं, जिसमें उनका नाम और उनकी महारत एक नई रौशनी में चमकेगी।

सारांश

सचिन तेंदुलकर के इन्वेस्टमेंट में हुई धूमधाम से कमाई ने दिखाया है कि उनकी महारत केवल क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि वित्तीय विशेषज्ञता में भी है। इस आईपीओ के साथ तेंदुलकर ने न तो सिर्फ अपने धन को बढ़ाया है, बल्कि इससे उनका नाम इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में भी रूश कर गया है। जिसका सीधा फलता यह है कि उनके नेतृत्व में इन्वेस्टमेंट में और भी नए उच्चांक हासिल कर सकते हैं।
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